Saturday, September 26, 2009

जय हिंद

आज कल नौकरी नहीं है तो क्रेडिट मैं भी गड़बढ़ हो रही है बिलों के भुगतान समय अनुसार कर नही पा रहा हूं। आज सुबह तीन फ़ोन आयये तीनों भारत से थे और तीनों भुगतान के सिलसिले मैं , फ़ोन करने वाले तीन भारतीये युवक थे ,तीनों ने अंगेरजी मैं बात की ,परन्तो लहजा भारतीय बात चीत का ढंग भारतीय ,फिर भारतीय लहजे को पकड़ना कोई कठिन नहीं.अब मैं असली मुद्दे यानि उनके नाम पर आता हूं , तीनो ने अपना नाम वेदेशी बतया , एक ने बतया अलेक्स ,एक ने लुके,और एक ने टोनी , अब प्रशन यह है तीनों ने कॉल करने से पहले मेरा नाम पड़ा होगा , तीनो ने मुझे नाम से सम्भोधित किया और सम्पूर्ण वार्तालाप अंगेरजी मैं हुआ । अगर आप भारत से हैं और एक भारतीय से बात करने वाले हैं तो मात्रभाषा के प्रयोग मैं कैसी शर्म?कैसी हित्किचाहत ?अगला प्रशन तीन ने अंग्रेज़ी नामों का प्रयोग किया मुझे शत प्रतिशत विश्वास की उनके नाम कुछ और थे । मुझे अमेरिका रहते होए काफी समय बीत गया पर मैंने अपने नाम को बदलने की कभी कोशिश नहीं की । गोरों को समय लगता है , मगर फिर आदत पड़ जाती है । कितने अमेरिका वासिओं ने अपना नाम हम भारतियों की सुविधा के लिए बदला है? सुना है कॉल सेंटरों मैं ऐसा सिखया जाता है , मुझे तो नई किस्म की गुलामी की बू आ रही है । आप लोग कॉल सेंटर मैं काम करने वाले युवा हैं इंकार कीजिये , विरोध कीजिये कहिये मैं अपने नाम का ही प्रयोग करोगा रोसा पार्क की तरह, भगत सिंह की तरह , अरे भगत सिंह का जनम दिन किसी को याद हैं ?कैसे याद होगा कॉल सेण्टर मैं तो शायद ४ जुलाई की छुट्टी होती है। जय hind

1 comment:

  1. भाई वजह ये है कि काल सेंटरों से यह संदेश जाना चाहिए कि विदेशी को लगे मानो लोकल काल थी. अब ये अलेक्स व टानी बग़ैहरा तो नौकरी बजा रहे हैं बस्स्स... इससे आगे इन्हें कुछ नहीं लेना देना.
    आप शीघ्रातिशीघ्र पूर्ववत हों इन्हीं मंगलकामनाओं सहित.

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